यमक वग्गो (यमक वर्ग ) THE TWIN VERSES
यमक का अर्थ – दोहरा अर्थात जोड़ा ( twin), इस प्रकार तथागत बुद्ध ने एक गाथा में एक पक्ष अच्छे विचारों और दूसरा पक्ष बुरें विचारों का बताया है – मनो पुब्बगड़मा धम्मा, मनोसेट्ठा मनोमया । मनसा चे पदुटठेन, भासति वा करोति वा , ततों नं दुक्खमन्वेति चक्कं व वहतो पदं ।। अर्थात मन सभी धर्मों, कर्मों प्रवृतियों का अगुआ है ।सभी कर्मों ( धर्मों) में मन पूर्वगामी है । मन ही प्रधान है , प्रमुख है ,सभी धर्म ( चैत्तसिक अवस्थाएँ ) पहले मन में ही पैदा होती हैं । मन सभी मानसिक प्रवृतियों में श्रेष्ठ है ,स्वामी है।सभी कर्म मनोमय है । मन सभी मानसिक प्रवृतियों का अगुआ है क्योंकि सभी मन से ही पैदा होती है ।जब कोई व्यक्ति बुरें मन से ,मन को मैला करके ,बुरें विचार पैदा करके वचन बोलता है या शरीर से कोई पाप कर्म करता है, तो दुःख उसके पीछे- पीछे वैसे…